आज के लेख में आपको Ashwagandha Ke Fayde और Ashwagandha Benefits In Hindi के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे. उसी प्रकार आपको अश्वगंधा से जुड़े अन्य पहलुओ पर विशेष चर्चा की जाएंगी जिस चर्चा में अश्वगंधा के फायदे और अश्वगंधा के नुकसान की जानकारी आपसे साझा की जाएंगी .
वर्तमान में बढती भागदौड़ की जिंदगी में हमारे शारीरिक क्रिया कलाप में हमें विशेष उत्साह नजर नहीं आता है और इस निरसता का कारण हमारी रोजमर्रा की दिनचर्या में और आहार में आने वाले पोषण की कमी का होना है.
इस पोषण की कमी को पूरा करने में अश्वगंधा महत्वपूर्ण योगदान देता है. इसी बात को मद्देनजर रखते हुए इस लेख में Ashwagandha Ke Fayde In Hindi वैसे ही अश्वगंधा के फायदे हिंदी के बारे में विस्तृत और सटीक जानकारी आपको प्रदान की जाएंगी.
उसी प्रकार से अश्वगंधा के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी के साथ ही अश्वगंधा से जुडी अन्य जानकारियां जैसे अश्वगंधा का पौधा, अश्वगंधा की खेती, अश्वगंधा का पेड़ कैसा होता है, अश्वगंधा की कीमत, अश्वगंधा में परहेज और अश्वगंधा खाने से क्या होता है इन पर भी प्रकाश डाला जाएगा.
Table of Contents
अश्वगंधा के फायदे हिंदी – Ashwagandha Ke Fayde – अश्वगंधा खाने के फायदे –
हमने अपने जीवन में कभी न कभी अश्वगंधा नामक औषधि का नाम जरुर सुना होंगा परन्तु कभी जानने का प्रयास नही किया तो आइये हम इस लेख में आपको अश्वगंधा नामक जड़ी बूटी तथा अश्वगंधा के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे जिसे भारतीय जिनसेंग अश्वगंधा का पौधा के नाम से भी जाना जाता है. आदिकाल से इस औषधि का अनेक प्रकार के रोगों के उपचार के रूप में उपयोग किया जाता आ रहा है.
अस्वगंधा जो हमारे भारत की मुख्य जड़ीबुटियुओं में से एक है इसको भारतीय जिन्सेंग के नाम से भी जाना जाता है ये अस्वगंधा जडीबूटी जो की यह हमारे मधुमेह को कम करने , तथा बहुत ही खतरनाक कैंसर जैसी बीमारी में तो लाभकारी होती ही है , इसके आलावा स्ट्रेस और घबराहट को बहुत कम करने और पुरुषों की प्रजनन क्षमता को सही करने की भी शक्ति अपने आप में अस्वगंधा रखता है. इन सबके आलावा यह उच्च रक्तदाब , जोड़ों का दर्द , दमा , को भी सही करने में बहुत सहायता करता है . तथा अस्वगंधा में रोगप्रतिरोधक क्षमता और जीवाणुनाशक विशेसताए भी पायी जाती हैं .
और इन सबके आलावा अस्वगंधा इम्यून सिस्टम को तो नियंत्रित करता ही है तथा एंटीओक्सिडेंट की कमी को भी पूरा करने में बहुत फायदेमंद होता है , आयुर्वेद के यूनानी चिकित्सा पद्धति में अस्वगंधा के बहुत सारे फायदों (aswagandha benefits in hindi ) के बारे में बहुत अच्छी तरहां से विशलेषण किया गया है . इस जड़ी – बूटी का मुख्य कार्य मानव शरीर के सभी रोगों को दूर करना है .
Table of Content – विषय तालिका
अश्वगंधा का पौधा – अश्वगंधा की खेती – अश्वगंधा का पेड़ कैसा होता है ?
अश्वगंधा कितने प्रकार की होती है – अश्वगंधा कितने प्रकार का होता है?
अश्वगंधा की कीमत – अश्वगंधा कितने का आता है ?
अश्वगंधा में परहेज – अश्वगंधा खाने से क्या होता है ?
Ashwagandha Benefits In Hindi – अश्वगंधा के फायदे – संक्षिप्त जानकारी
Ashwagandha Ke Fayde In Hindi – अश्वगंधा के फायदे हिंदी – विस्तृत जानकारी
अश्वगंधा के नुकसान – अश्वगंधा के फायदे और नुकसान की विशेष जानकारी
—– Ashwagandha Ke Fayde – अश्वगंधा के फायदे – अश्वगंधा के फायदे और नुकसान – YouTube की जानकारी
तो आइये शुरू करते है……..!
अश्वगंधा
( विदानिया सोम्रिफेरा ) – अश्वगंधा एक बहुत प्राचीन औषधि जडीबुटी है जिसका उपयोग पुराने समय से आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्षा में हजारों वर्षों से किया जाता रहा है यह सेलोनेसी परिवार फूलों के पौधों का आर्थिक रूप से बहुत उपयोगी परिवार जिसमे बारहमासी और वार्षिक जडीबुटीयों से लेकर apifits , लेयाना ,बेले , पेड़ और झाड़ियाँ शामिल होते हैं अश्वगंधा को शीतकालीन चेरी या भारतीय जिन्सेंग के नाम से भी जाना जाता है
यदि अश्वगंधा की शाब्दिक अर्थ की बात की जाये तो अश्वगंधा संस्कृत भाषा से लिया गया है अश्वगंधा का अर्थ होता है संस्कृत भाषा में घोड़े की गंध जो शक्ति बढ़ाने के संदर्भ में अश्वगंधा के छोटे और तेज गुणों के रूप में है .
अश्वगंधा का पौधा – अश्वगंधा की खेती – अश्वगंधा का पेड़ कैसा होता है ?
अस्वगंधा का पोधा – अस्वगंधा एक पोधा है हमारे भारत देश में प्राचीनतम रूप से अस्वगंधा का पोधा जो है इसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक ओषधी के रूप में किया जाता है . यह विदानिया कुल का पोधा है विदानियां की विश्व में १० तथा भारत में २ प्रजातियां पायी जाती हैं .
अस्वगंधा की खेती – शरद ऋतु में प्रारम्भ की जाती है उत्तरप्रदेश और बिहार जेसे राज्यों में अस्वगंधा की खेती सबसे ज्यादा की जाती है अस्वगंधा की खेती में निकलने वाली छाल बीज और फल को अनेक प्रकार की आयुर्वेदिक ओषधि के रूप में उपयोग में लाया जाता है अस्वगंधा की खेती ओषधी फल के रूप में की जाती है .
अस्वगंधा का पेड़ कैसा होता है – जिन लोगों ने अस्वगंधा का केवल नाम ही सुना है उन लोगों के मन में ये विचार अवश्य आता है कि अस्वगंधा का पेड़ कैसा होता है तो सुनिए –अस्वगंधा का जो पेड़ होता है वह सीधा , शाखाओं वाला और झाड़ीयों के जैसा दिखने वाला होता है और इसकी लम्बाई लगभग ५० से १२५ सेमी. तक की होती है , अस्वगंधा की जों पत्तियां होती है अंडाकार होती हैं , अस्वगंधा के फूल छोटे छोटे पीले और हरे रंग के होते हैं .
अस्वगंधा कितने प्रकार की होती है – अस्वगंधा विदानिया कुल का पोधा है तो जो विदानिया कुल है इसकी विश्व में १० प्रजातियां और हमारे भारत देश में विदानियां कुल की २ प्रजातियां पायीं जाती हैं .
भारत देश में विदानियां की जों २ प्रजातियां है वह निम्न प्रकार से हैं
बड़ी अस्वगंधा – बड़ी अस्वगंधा मुख्य तौर पर घर के बगीचे , खेत और पहाड़ी जगहों पर पायी जाती हैं अस्वगंधा की जड़ें छोटी और अस्वगंधा की जों झाड़ियां होती हैं वो बड़ी – बड़ी होती हैं .
छोटी अस्वगंधा – इसकी जड़ें छोटी होती हैं और जों झाड़ियां होती हैं वो भी छोटी – छोटी होती हैं मुख्य तौर पर यह अस्वगंधा ज्यादातर राजस्थान के नागोरी में पाई जाती है . यहाँ का मौसम भी इस अस्वगंधा के अनुसार होता है .
अस्वगंधा की कीमत – अस्वगंधा आज के वर्तमान समय में किसी भी पतंजली की दुकान में या फिर किसी भी पंसारी की दुकान मे आपको या फिर ऑनलाइन बहुत ही आसानी से चूर्ण या फिर कप्सुल आदि के रूप में मिल जाता है और अस्वगंधा की कीमत आज के समय में लगभग कम से कम ८० रूपये तक की होती है , और ज्यादा से ज्यादा लगभग ३००० तक के मूल्य में अस्वगंधा आपको बहुत ही आसानी से मिल जाता है .
अस्वगंधा में परहेज – अस्वगंधा हमारी भारत की बहुमूल्य ओषधियों में से एक है लेकिन इसके भी अपने side effect होते हैं जैसे कि निम्न रक्त चाप के मरीजों के लिए ये सही नही है तो जो लोग निम्न रक्त चाप के हैं उन्हें अस्वगंधा से परहेज रखना बहुत जरूरी होता है .
और इसके आलावा गरभवती महिलाएं जो अस्वगंधा को नियमित रूप से लेती हैं उन्हें तो अस्वगंधा से खास तौर से परहेज अनिवार्य है , क्योंकि महिलाओं के ऐसे समय में अस्वगंधा गर्भनिरोधक कार्य करता है .
अस्वगंधा के फायदे Ashwagandha Benefits in Hindi (संछिप्त जानकारी )
- गठिया रोग से अस्वगंधा निजात दिलाता है .
- मसल वृधि में अस्वगंधा सहायक होता है .
- ह्रदय स्वास्थ्य के लिए अस्वगंधा लाभकारी है .
- कोलेस्ट्रोल लेवल को अस्वगंधा नियंत्रित करता है .
- कैंसर से लड़ने में अस्वगंधा सहायक होता है .
- ब्लड शुगर लेवल को अस्वगंधा नियंत्रित करता है .
Ashwagandha ke Fayede in Hindi – अश्वगंधा के फायदे हिंदी
( अस्वगंधा या असंगध या विदानिया सोम्रिफेरा )
अस्वगंधा विदानिया कुल का पौधा है अश्वगंधा सोम्रिफेरा नाम से भी जाना जाता है विदानिया की भारत में २ तथा पूरे विश्व में १० प्रजातियां पायीं जाती हैं ,
अश्वगंधा का उपयोग लगभग ३,००० से अधिक वर्षों से आयुर्वेद में होता आया है अश्वगंधा बहुत से दुर्लभ रोगों जैसे – जोड़ों का दर्द , दमा, मनन , नपुसंकता और भूलना आदि कई रोगों के रोकथाम के लिए आयुर्वेदिक लाभकारी उपचार है अश्वगंधा के अंदर बहुत से जैविक यौगिक , सूजन रोधी , immunomodulatory और anti oxidant गुण भी पाए जाते हैं .
अश्वगंधा के फायेदे
हृदय को निरोग बनाता है –
जो लोग हृदय की परेशानीयों से घिरे रहते हैं अस्वगंधा उन लोगों के लिए बहुत कारगर और बहुत ही फायदेमंद साबित हुआ है अस्वगंधा हृदय को न ही सिर्फ स्वस्थ बनाता है बल्कि अस्वगंधा हृदय को मजबूत भी बनाता है जिससे कि हृदय के कार्य सही ढंग से होते हैं अस्वगंधा हमारे खून में triglycerides जो हमारे खून में एक प्रकार का बसा होता है . triglycerides की मात्रा हमारे खून में बढ़ जाने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है . अस्वगंधा इसको भी बहुत कम कर देता है , इसके साथ – साथ इसके आलावा अस्वगंधा के फायदों में एक फायदा यह भी है की अस्वगंधा हमारे खून में कोलेस्ट्रॉल को भी बहुत कम कर देता है तो इस प्रकार से अस्वगंधा हमारे हृदय को निरोग बनाकर रखता है .
त्वचा और बालों के लिए अति महत्वपूर्ण – अस्वगंधा के फायदों में से एक फायदा यह भी है कि अस्वगंधा त्वचा के जरुरी तेल को बनाये रखता है इसके साथ – साथ अस्वगंधा त्वचा को नमी प्रदान करता है और आपकी त्वचा को मुलायम बनाकर रखता है अस्वगंधा आपकी त्वचा में आपकी बढ़ती उम्र के कारण बनने वाली झुरियों को बनने से रोकता है .
अस्वगंधा के अनेक फायदों में एक फायदा यह भी है कि अस्वगंधा आपके बालों को सफेद होने से बचाता है अस्वगंधा आपके बालों को रूखे बनने तथा टूटने से बचाता है .
अस्वगंधा बालों में लगाने से अस्वगंधा पहले तो बालों की जड़ों पर अति शीघ्र काम करता है और बालों की जड़ों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है जिससे की बाल अच्छे से पोषित होते हैं और इसके बाद नये बालों को बढ़ने में मदद मिलती है इससे होता यह है की जो नये बाल बढ़ते हैं वह स्वस्थ और घने होकर बढ़ते हैं .
रोगनाशक प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत बनाता है –
अस्वगंधा रोगनाशक प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत बनाने में अति सहायक होता है वो ऐसे कि अस्वगंधा प्रतिरक्षा system अर्थात विशेष कोशिकाओं , उतकों और अंगों का नेटवर्क है जो हमारे शरीर को नुकसान पहुचाने वाले रोगाणुओं से बचाने के लिए एक साथ काम करता है .
अस्वगंधा प्रतिरक्षा system को मजबूत बनता है , इसके आलावा inflammation (सूजन और जलन ) को सही करता है , अस्वगंधा के फायेदे रोगनाशक प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत बनाने में तो अभी शुरू ही हुए हैं बस आप सुनते जाइये जो कि निम्न प्रकार से हैं – अस्वगंधा immuyono boosting potential होता है , और इसके साथ ही अस्वगंधा प्रतिविषाणु पोटेशियल भी होता है , अस्वगंधा स्मरण शक्ति को तेज करता है, अस्वगंधा को दमा, आतों में संक्रमर्ण , अल्सर , शुगर , जोड़ों के दर्द , सर्दी और खांसी , शरीर का पतलापन , घबराहट , नींद की कमी , सांस की नली में सूजन , लेप्रासी ( कुष्ठ रोग ) , पार्किन्संस ( मस्तिष्क रोग ) , मिर्गी , एचआईवी तथा नपुसंकता में दवा और इलाज के रूप में लिया जाता है .
जैसा कि उपयुक्त लिखित है अस्वगंधा के फायेदे अस्वगंधा रोगनाशक प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत बनाने में अति सहायक होता है अस्वगंधा एक दवा है और बहुत सी स्वास्थ के परेशानीयों के इलाज का रूप भी माना जाता है . कोरोना काल में भी लोगों ने अपने रोगनाशक प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत बनाने के लिए अस्वगंधा का उपयोग एक बढ़ी मात्रा में किया था .
पुरुष प्रजनन क्षमता तथा टेस्टोस्टेरोन में लाभकारी –
अस्वगंधा को नियमित रूप से लेने से पुरुषों का टेस्टोस्टेरोन ( सेक्स हार्मोन ) लेवल प्राक्रतिक रूप से अच्छा हो जाता है जिससे की पुरुषों की मेल फर्टिलिटी ( पुरुष प्रजनन क्षमता ) में भी प्राक्रतिक रूप से वृदि होती है
पुरुषों की उम्र जैसे – जैसे बढ़ती जाती है उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन ( सेक्स हार्मोन ) का स्तर तेजी से नीचे गिरने लगता है , तो ऐसे समय में अस्वगंधा के फायेदे बहुत लाभकारी होते हैं .
ब्लडशुगर लेवल को कम करने में अति लाभकारी –
रक्त में ब्लडशुगर की मात्रा को कम करने में अस्वगंधा के फायदे निम्न प्रकार से हैं
अस्वगंधा स्वास्थ के लिए बेहद महत्वपूर्ण है अस्वगंधा का नियमित सेवन करने से आपका वजन नियंत्रित रहता है , अस्वगंधा खून में ब्लडशुगर की मात्रा को प्राक्रतिक रूप से कम करके नियंत्रित करता है .
शारीरिक शक्ति बढ़ाने में अति महत्वपूर्ण –
अस्वगंधा में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीरिक कमजोरी को दूर करने में सहायक होते हैं , कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि अस्वगंधा के जड़ को ‘’रसायन‘’ की ओषधि माना जाता है इसका अर्थ होता है की अस्वगंधा के फायदे मनुष्य की ऊम्र को तो बढाते हैं इसके साथ – साथ मनुष्य की युवावस्था को भी लम्बे समय तक बनाये रखते हैं ,
इसके नियमानुसार प्रतिदिन सेवन से शरीर में नयी उर्जा का ना केवल संचार होता है बल्कि अस्वगंधा के प्रतिदिन नियमानुसार सेवन से एक दुबले व्यक्ति के वजन में भी काफी इजाफा होता है अस्वगंधा मनुष्य के शरारिक विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण है .
अस्वगंधा शरीर की चर्बी को कम करता है –
आपके परिवार में अगर पहले से सब मोटे हैं तो ऐसी दशा में आपके लिए अस्वगंधा आपके और आपके परिवार के लिए एक वरदान की तरहां काम करता है आप अस्वगंधा को नियमित व्यायाम के साथ रोजाना ले सकते हैं , इसके आलावा आप अस्वगंधा को थोड़े से गरम दूध के साथ भी ले सकते हैं , आपके शरीर की चर्बी किसी भी कारण से भले ही क्यों न बढ़ रही हो स्ट्रेस – हार्मोनल , या डायबिटिज , थायरोइड इन सारे वजहों में कोई भी वजह क्यों न हो चाहे , आपके शरीर की चर्बी को कम करने के लिए अस्वगंधा के फायेदे एक रामबाण इलाज है .
दिमागी स्वास्थ्य में अति लाभकारी –
- अश्वगंधा हमारे दिमागी स्वास्थ्य के लिए अति लाभकारी होता है , अस्वगंधा के फायदों में से निम्नलिखित अस्वगंधा के फायेदों का प्रयोग प्राचीन काल से व्यक्ति तनाव को दूर करने के लिए करता आया है , अस्वगंधा की सहायता से स्ट्रेस हार्मोन को कम किया जा सकता है – अस्वगंधा के नियमित सेवन से हमारे दिमाग में आक्सीजन की मात्रा ज्यादा पहुंचती है यही कारण है की अस्वगंधा को स्ट्रेस रिलीवर भी कहा जाता है , अश्वगंधा को दिमागी स्वास्थ्य के लिये काफी फायदेमंद माना जाता है, इसको आयुर्वेद मे मध्य रसायन कहा जाता है, जो दिमाग के इन गतिविधियों मे फायदा पहुंचाता है, जैसे – 1 – मेमोरी प्रॉब्लम
- 2 – लर्निंग
- 3 – एन्ग्जाइटी
- 4 – डिप्रेशन
- 5 – नियुरल फंक्शन
- 6 – बाइपोलर डिसऑर्डर
- 7- स्ट्रेस
- 8 – अन्य ब्रैन डिसॉर्डर
कैंसर में फायेदेमंद अस्वगंधा – भारतीय परम्पराओं में प्राचीन समय से उपयोग हो रहे अस्वगंधा में कैंसर रोधी गुण होते हैं अस्वगंधा कैंसर जैसी घातक बीमारी में नई कैंसर सेल्स को बनने से रोकता है जिससे की अस्वगंधा कैंसर की सेल्स को बढने नहीं देता है कैंसर के इलाज के बहुत से बुरे प्रभाव होते हैं अस्वगंधा के फायेदे कैंसर के इन बहुत से बुरे प्रभावों से भी हमे बचाते हैं , अस्वगंधा की पत्तियों में कैंसर रोधी गुण अस्वगंधा की जड़ों के अपेक्षा २० गुना अधिक पाए जाते हैं .
गठिया रोग से मुक्ति दिलाता है अश्वगंधा –
आमतौर पर गठिया वर्द्ध लोगों और अधिक उम्र के लोगों में अधिक पाया जाता है ,परन्तु आज के समय में तो युवा पीढ़ी में भी यह गठिया रोग हमारे आजकल के खान – पान और खराब टाईम टेबल और खराब आदतों के चलते देखने को मिल रहा है इसिलए गठिया रोग के निवारण स्वरूप अश्वगंधा को एक दर्द निवारक के रूप में जाना जाता है जो दर्द संकेतों को तंत्रिका तंत्र पर भेजने से रोकने के लिए कार्य करता है। साथ ही अस्वगंधा के फायदों में कुछ एंटी इन्फ्लेमेट्री गुण भी होते हैं। इसी कारण से , कुछ शोधों ने इसे गठिया के विभिन्न रूपों के उपचार में प्रभावी होना दिखाया है .
मसल वृद्धि में अति उपयोगी –
अश्वगंधा का इस्तेमाल करके हम बहुत सी बिमारियीं से छुटकारा पा सकते हैं और अपने शरीर को मजबूत बना सकते हैं अश्वगंधा का इस्तेमाल body building में किया जाता है अश्वगंधा को निचले अंगों की मांसपेशियों की ताकत में सुधार करने और कमजोरी को ठीक करने में मदद करने के लिए उपयोगी पाया गया है। अश्वगंधा के फायेदे न्यूरो-मांसपेशियों के समन्वय पर भी सकारात्मक प्रभाव डालते हैं .
एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं अस्वंगंधा में –
आयुर्वेदिक चिकित्सा ग्रंथों के अनुसार , अश्वगंधा के फायेदे मनुष्यों में बैक्टीरिया के संक्रमण को नियंत्रित करने में प्रभावी है। अस्वगंधा में एंटी-माइक्रोबीयल , एंटी आक्सीडेंट , एंटी इनफेलेमेट्री , एंटी स्ट्रेस , एंटी बैक्टेरियल एजेंट और इसके अलावा इमून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए बहुत से गुण होते हैं अस्वगंधा एक प्राचीन औषधीय पौधा है जो बहुत सारी प्रकार की बिमारियों से हमे बचाता है और बहुत सारी प्रकार की खतरनाक बिमारियों से हमारी रक्षा करने में बहुत लाभकारी होता है .
अश्वगंधा कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करता है –
अस्वगंधा ह्रदय के सभी कार्य को सही से रखता है जो लोग हार्ट की बिमारियों से ग्रसित हैं उन सबके के लिए अस्वगंधा के फायेदे बहुत उपयोगी हैं अस्वगंधा कार्डियोवेस्कुलर मांसपेसियों को मजबूत बनाने में सहायक होता है जिसके वजह से हार्ट अटैक की सम्भावना कम हो जाती है , वर्ल्ड जर्नल ऑफ मेडिकल साइंसेज द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार अस्वगंधा में हाइपोलिपिडेमिक गुण होते हैं जो रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नीचे लाने में मदद करते हैं।
अश्वगंधा ब्रेन फंक्शन में सुधार करता है –
एक अध्ययन से पता चला है ३०० मिलेग्राम अश्वगंधा की जड़ का मिश्रण आप के दिन में २ बार लेने से ही आपकी कार्य क्षमता और आपकी याददास्त में बढ़ोतरी होती है ,
कई अध्ययनों से पता चलता है की अश्वगंधा के फायदे किसी बीमारी से या चोट से होने वाले दिमाग की परेशानियों को अच्छा करने में बहुत मदद करते हैं और इन सबके आलावा बहुत सी रिसर्च करने से यह भी पता लगाया गया है की अश्वगंधा में एंटीऑक्सिडेंट कार्य शक्ति में व्रद्धी करता है जो की आपकी तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसानदायक कणों से बचाता है .
अश्वगंधा तनाव डिप्रेशन और चिंता दूर करता है –
अश्वगंधा का अर्क आपके शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को नीचे लाने के काम आता है कोर्टिसोल हार्मोन आपको तनाव का अनुभव कराता है , एक अध्ययन में पाया गया है कि अश्वगंधा के हर्बल अर्क के साथ इलाज किए जाने पर किसी भी प्रकार के तनाव को ठीक किया जा सकता है, इस प्रकार से अश्वगंधा के फायदों में से उपर्युक्त फायदा आपके शरीर में हर प्रकार के तनाव को दूर करने में लाभकारी होता है .
और इसके आलावा अश्वगंधा डिप्रेशन, और चिंता को भी दूर करने में मददगार है , चिकित्सा विज्ञान संस्थान बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में, अश्वगंधा का परीक्षण विशेष रूप से डिप्रेशन के लिए किया गया और इस अध्ययन में लगभग डिप्रेशन और एंग्जायटी के लिए सकारात्मक परिणाम पाए गए .
अश्वगंधा से मेनोपौजल में आराम –
एक अध्ययन से पता चला है की ५१ मेनोपौजल महिलाओं को जब अश्वगंधा दिया गया तो उनके हॉट फ्लसेस, मूड में गिरावट और चिंता जेसे हरकतों में कमी देखी गयी थी , अश्वगंधा एंडोक्रइन ग्लैंड को उत्तेजित करता है और हार्मोन के प्रवहा को नियंत्रित करने में मदद करता हैं, एक महिला की अपनी लाइफ में जब ये मेनोपौजल की स्थती आती है यह स्थति हर महिला की लाइफ में आती है तो इस समय में महिलाओं को कई प्रकार के मूड स्विंग्स और मेनोपौजल के bed इफेक्ट भी देखने को मिलते हैं तो इस स्थति में अश्वगंधा के फायदों में उपयुक्त फायदे आपके शरीर को आराम में लाने में आपकी सहायता करते हैं .
अश्वगंधा फीमेल फर्टिलिटी को सुधारता है –
अश्वगंधा हमारे शरीर में तनाव को बहुत कम करके हमारे हार्मोन को नियंन्त्रित करता है और इस प्रकार से अश्वगंधा महिलाओं के फर्टीलिटी में सुधार करता है. पोषक तत्वों की कमी , हार्मोनल असंतुलन , तनाव और बिमारियां महिलाओं में बच्चे न होने का कारण अर्थात बांझपन बनती हैं . क्लिनिकल स्टडीइज से पता चला है जो रिप्रोडक्टिव हार्मोन को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार है अश्वगंधा के फायदे उस थायरॉयड ग्रंथि के कार्यों में सुधार करते हैं .
अश्वगंधा हाइपोथायरोइडिजम मे लाभकारी –
थायरॉइड के २ प्रकार होते हैं
थायरॉइड का पहला प्रकार थायरोक्सिन हार्मोन दूसरा हाइपोथायरोइडिजम हार्मोन
हाइपोथायरोइडिजम इसकी कमी से बड़ों में subcutaneous fat / त्वचा के नीचे का fat बढ जाता है और बच्चों में हाइपोथायरोइडिजम की कमी से उनका जो कद है वो छोटा रह जाता अर्थात इसकी कमी से बच्चे नाटे रह जाते हैं अर्थात बच्चे बौने रह जाते हैं.
अस्वगंधा की सहायता से हाइपोथायरोइडिजम का इलाज किया जा सकता है तो हाइपोथायरोइडिजम के इलाज के लिए ये अति आवश्यक है की आप अस्वगंधा और महायोगराज गुग्गुलु को एक साथ इस्तेमाल करें – अस्वगंधा के नियमित इस्तेमाल से आपके शरीर में हार्मोन का संतुलन बना रहता है और अस्वगंधा के फायदे आपके शरीर में कार्य शक्ति की व्रधि भी करते हैं जिससे की आपको आपके शरीर में आरोग्यपूर्ण अनुभूति होती है .
इन सब फायदे के अलावा अश्वगंधा के और भी फायदे होते हैं जैसे –
- टी.बी जैसी भयंकर बिमारी का भी एक उत्तम इलाज है अश्वगंधा के फायदों में और जो की प्राकतिक भी है .
- एंटी-बैक्टेरियल गतिविधियां तथा एंटी-माइक्रोबीयल अश्वगंधा के फायदे खतरनाक बैक्टीरिया से बचाते हैं .
- आंखो की रौशनी के लिये भी अस्वगंधा के फायदों में एक बेहद फायदेमंद इलाज है .
- एडाप्टोजेन होने के कारण, अश्वगंधा व्यक्ति की तनाव से निकलने की शक्ति में सुधार करता है। अश्वगंधा के फायदे लोअर लिम्ब मस्कुलर की क्षमता शक्ति और न्यूरो-मस्कुलर को-ओर्डिनेसन में भी सुधार करते हैं .
निष्कर्स
प्राकृतिक जड़ी बुटी है अश्वगंधा जिसको कई वैज्ञानिकों दुअरा भी काफी फायदेमंद माना गया है, अश्वगंधा ज्यादतर बिमारी के ठीक होने के लिए सबसे बेहतर आरोग्यपूण इलाज है अश्वगंधा के फायदे आजकल के तनाव से भरी जिंदगी में आपके सेहत के लिए काफी अच्छे साबित होते हैं परन्तु रोज अश्वगंधा का कम से कम सिमित मात्रा मे एक समय सेवन करना आपके शरीर के कार्यों को सही रखेगा .
अश्वगंधा के नुकसान – अश्वगंधा के फायदे और नुकसान की विशेष जानकारी
आमतौर पर अश्वगंधा की बहुत कम या मध्यम खुराक लेना शरीर और स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। लेकिन इसकी अधिक मात्रा लेने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं । आइये जानते हैं अश्वगंधा के उन नुकसानों के बारे में –
- अश्वगंधा गर्म होता है गर्म प्रकति के लोंगों को अश्वगंधा के नुकसानों से बचने के लिए अश्वगंधा का सेवन डाक्टर की सलाह लेकर ही करना चाहिए .
- चिकित्सा हस्तक्षेप: खासकर अगर आप लोग हाई ब्लड प्रेशर , डायबिटीज, मानसिक रोग , तनाव या निरासा और अनिद्रा जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं। और आप किसी बीमारी के लिए नियमित रूप से दवाएं ले रहें हैं तो आपका डॉक्टर आपको अश्वगंधा के नुकसानों से बचने के लिए आपको सावधानी बरतने की सलाह दे सकता है क्योंकि अश्वगंधा नियमित दवाओं के साथ आपके लिए हानिकारक हो सकता है .
- गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक : अश्वगंधा में गर्भनिरोधक गुण होते हैं अश्वगंधा के नुकसान की यही वजह है की गर्भवती महिलाओं को अश्वगंधा के सेवन से बचने की सलाह दी जाती है .
- भिन्न: अश्वगंधा के कुप्रभाव हो सकते हैं जैसे कि दस्त, पेट खराब और उलटी , जी मचलना इसीलिए आप अश्वगंधा के नुकसानों से बचने के लिए अश्वगंधा की बहुत अधिक मात्रा में सेवन से बचें .
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